कानन देवी के गीतों में से अगर मुझे अपनी पसंद बयाँ करनी पड़े तो ज़रूर ‘चली पवन हर सू ‘इस गीत को पहली पायदान पर रखना पसंद करूँगा ! गीत को सुनकर आप यकीं नहीं कर पाएंगे कि ये 30 के दौर का गीत है !
गीत की शुरूआती धुन यानी की प्रील्युड,उफ्फ! केश्नेट,वोयलिन ,बांसुरी जैसे वाद्यों का बेहतरीन इस्तेमाल ! इस गीत को मैं अपने वक्त से आगे के गीतों में शुमार करना पसंद करूँगा !
कानन देवी ने अपने ज्यादातर गीत आर.सी बोराल और पंकज मलिक के संगीतनिर्देशन में गाये !
न्यू थीएटर की सफलता के पीछे कानन देवी की गीतों ने अहम भूमिका निभाई !
1937में आई ‘’मुक्ति’’ संगीत पंकज मालिक का (क्या यूं ही होती है उल्फत ,क्या यूंही आता है दिल )
कानन के कुछ एक गीतों को सुनकर ,ये गुमां होता है कि कहीं कहीं उनका बंगाल से होना ,उनके उच्चारण पर असर कर जाता है !