गुजरात के सुप्रसिद्ध संगीतकार अविनाश व्यास ने यूँ तो हिंदी फिल्मों में बहुत ज़्यादा काम नहीं किया, पर उनका संगीत हमेशा कर्णप्रिय ही रहता है. हालाँकि गायिकाओं में उन्होंने सर्वाधिक गीत आशा भोंसले और गीता दत्त से गवाये, लता मंगेशकर के साथ भी उनका काम सराहनीय रहा. मात्र १६ गीत, पर बेहद सुरीले और अविस्मरणीय, खासकर ‘कैलाशपति’, ‘एकादशी’ और ‘राम लक्ष्मण’ के गीत जो शास्त्रीयता का भाव लिए हुए है. एक ऐसा ही गीत सुनिए लता की आवाज़ में जिसमें झूला झूलने की बात हो रही है. फिल्म है ‘एकादशी’ और गीतकार हैं पं. मधुर .गीत गौर सारंग पर आधारित
झूलों झूलों रे झूलना झुलाऊं -लता
A beautiful mujra in Raag Gaur Sarang, penned by the Akhri Mughal (Bahadur shah zafar), composed by Vanraj Bhatia and sung by Preeti Sagar (she seems to have a pretty high market share in this category!).
shamsheer bahe na maang ghazab
अब इसी राग को सुनते हैं पंडित डी वी पलुस्कर की आवाज़ में
# Aditya pant# sks