सी एच आत्मा
सी एच आत्मा सिविल एविएशन में थे ! आज भी उनका एक गीत काफी लोकप्रिय है , पर अमूमन लोग इस गीत को समझ बैठते हैं के एल सहगल साहब का गीत !
इस बात में हैरानी भी नहीं होनी चाहिए ! कई अन्य कलाकारों की तरह ही के.एल सहगल ,सी एच आत्मा के प्रेरणा स्रोत रहे ! जब छोटे थे तो उनके गीत अक्सर गाया करते थे ! और आगे चलकर जब लाहोर से बम्बई आना हुआ तो आकर सीधा मिलना हुआ के एल सहगल से !
हिंदी ,पंजाबी के अलावा सिंधी भाषा में भी सी एच आत्मा के गीतों को सुना जा सकता है !
सी एच आत्मा जी के संम्बंध अपने साथी कलाकारों के साथ भी काफी खूबसूरत थे ! तलत महमूद जिनके साथ उन्होंने विदेशों में कई शो किये ! उनसे एक बार आत्मा साहब ने कहा कि क्यों न हम एक डूएट गीत रिकॉर्ड करें ! और तब मुरलीमनोहर स्वरुप जी का लिखा ये गीत हमारे सामने इन दोनों की आवाज़ में सुनने को मिला
song : dil hee to hai na kyon , (non film song)
आवाज़ के धनी इस शक्स को ‘गीत गाया पत्थरों ने’ इस फिल्म के ज़रिये न सिर्फ एक बार फिर सुनने का मोका मिला बल्कि इस बार हमने उन्हें बड़े परदे पर देखा भी ! जी इस फिल्म में नज़र आये थे सी एच आत्मा !